वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) सबसे संवेदनशील दिशा मानी जाती है। जिंदगी के प्रति आपका दृष्टिकोण, आपकी मानसिकता, आपका दिमाग कितना शांत व कितना प्रगतिशील है, आप कैसे सोचते हैं व जीवन में आप क्या करना चाहते हैं, यह सब इस दिशा का प्रभाव होता है।
यह एकमात्र ऐसी दिशा है जहां पर यदि कोई वास्तु दोष उत्पन्न हो जाता है, तो उसका कोई उपाय नहीं किया जा सकता। हमारे जीवन में जो भी समस्याएं आती है, इसका एक बड़ा कारण ईशान कोण की वजह से उत्पन हुए वास्तुदोष का प्रभाव हो सकता है। यह दिशा बड़ी-बड़ी बीमारियों जैसे कि लकवा, कैंसर या अचानक होने वाली मृत्यु का कारण बन सकती है।
उत्तर-पूर्व दिशा का मुख्य तत्व जल है। इस दिशा के देवता सूर्य हैं व इसका मुख्य रंग नीला या काला है।

यह दिशा पूजागृह बनवाने के लिए काफी अच्छी मानी जाती है परन्तु यहां पर पूजागृह बनवाने के साथ ही कुछ वास्तु दोष उत्पन्न हो सकते हैं। जैसे कि अधिकतर लोग मंदिर में लाल रंग का कपड़ा या लाल रंग का बल्ब इस्तेमाल करते हैं, जो कि इस दिशा के लिए अच्छा नही माना जाता। इस वजह से यहां पर आप पूजागृह तो बनवा सकते हैं, पर लाल रंग का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। यहां पर पीले रंग का इस्तेमाल भी नहीं किया जाना चाहिए।
अगर आपके घर में भी इस दिशा में मंदिर है, तो वहां आप लाल या पीले रंग का इस्तेमाल ना करें। यहां पर आप चाहे तो हरा, नीला, ऑफ व्हाइट या सफेद रंग का प्रयोग कर सकते हैं।
यह दिशा ड्राइंग रूम बनवाने के लिए भी अच्छी मानी जाती है। यदि इस दिशा को साफ-सुथरा रखा जाए व यहां पर कुछ भी ना रखा जाए, तो आप बिल्कुल स्वस्थ रहेंगे और आपकी मानसिक अवस्था भी अच्छी रहेगी। इससे आपको जिंदगी में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उत्तर-पूर्व दिशा में किचन या टॉयलेट होना बहुत अशुभ माना जाता है व इससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
उत्तर-पूर्व दिशा में बेडरूम होना अशुभ माना जाता है। यहां पर अगर बेडरूम बना हुआ है वह किसी के लिए भी अच्छा नहीं होता है।
उत्तर-पूर्व दिशा में यदि गलत स्थान बना हुआ है तो इसका कोई भी उपाय नहीं है। अगर यहां पर किचन बना हुआ है तो आपको किचन किसी और जगह पर शिफ्ट करना पड़ेगा और यदि टॉयलेट बना है, तो आपको टॉयलेट सीट पर कहीं और शिफ्ट करनी पड़ेगी
यदि इस दिशा में बेडरूम बना हुआ है तो भी आपको उसे किसी और दिशा में शिफ्ट कर देना चाहिए।
यदि आप अपने जीवन में बड़ी-बड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो हो सकता है यह समस्याएं उत्तर-पूर्व दिशा के वास्तु दोष की वजह से उत्पन्न हुई है। आपको उस समस्या को समझ कर उसका उपाय करना चाहिए। इससे यदि आप किसी शारीरिक या मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं, तो वह कम हो जाएगी या खत्म हो जाएगी।
